Kisan Credit Card | क्या है किसान क्रेडिट कार्ड योजना
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kisan credit card Scheme अगस्त 1998 में इस योजना की शुरुआत की गई
किसान क्रेडिट कार्ड योजना(Kisan Credit Card Scheme)
- किसानों को कृषि साख उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अगस्त 1998 में kisan credit card योजना की शुरुआत की गई | इसका कार्यान्वयन वाणिज्य बैंक, केंद्रीय सहकारी बैंक को और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के माध्यम से किया जाता है |
- इस स्कीम की व्यवस्था नाबार्ड द्वारा होती है, किसानों को उनकी भूमि के आधार पर दिया जाने वाला यह कार्ड ₹5000 अथवा उससे अधिक उत्पादन ऋण के लिए पात्र किसानों को दिया जाता है |
- प्राप्त ऋण का उपयोग किसान बीज उर्वरक कीटनाशक के अलावा अन्य आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए कर सकता है |
- कार्ड की वैधता 3 वर्ष की होती है तथा प्रत्येक आहरण के भुगतान की समय सीमा 12 माह निर्धारित की गई है |
- ऋण का निर्धारण जोत, फसल प्रारूप तथा वित्त की श्रेणी द्वारा निर्धारित होता है, प्राकृतिक आपदा अथवा अन्य कारणों से होने वाली फसल के नुकसान के मामले में ऋण का पुनर्निर्धारण भी किया जा सकता है |
- इसके अलावा कृषि लागत में वृद्धि होने पर ऋण की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है इसमें विवाद में परिवर्तन भारतीय रिजर्व बैंक के मानदंडों के अनुसार होता है |
- जारी करने वाले बैंक अथवा उसके द्वारा नामित अन्य शाखाओं से बैंकिंग कार्य किए जाने का प्रावधान है इसके अलावा स्लिप और चेक के माध्यम से भी आहरण किया जा सकता है |
किसान क्रेडिट कार्ड योजना की जानकारी (ऑनलाइन अप्लाई, दस्तावेज, हेल्पलाइन नंबर, कैसे बनवाएं) Kisan Credit Card Scheme (Yojana) Details in Hindi
किसान क्रेडिट कार्ड आज बहुत बड़ी जरुरत हैं . यह किसानो को समय पर और आसानी से ऋण उपलब्ध कराता हैं. किसान क्रेडिट कार्ड किसानो के लिए एक अच्छी योजना हैं . इससे किसानो को मदद मिलती हैं और समय पर खेती के लिए आसानी से ऋण मिलता हैं जिससे समय रहते किसान खेती के लिए उपकरण, बीज एवम अपने जीवन संबंधी जरुरी कार्यों को कर सकता हैं .
क्या हैं किसान क्रेडिट कार्ड ? (What Is Kisan Credit Card)
KCC किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को पर्याप्त और समय पर ऋण उपलब्ध कराने की अग्रणी ऋण वितरण प्रणाली हैं. किसान क्रेडिट कार्ड एक बहुत ही सरल और आसानी से उपलब्ध होने वाली प्रक्रिया हैं जिसके तहत किसान कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए पैसा उधार ले सकता हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानो को एक क्रेडिट कार्ड एवम पासबुक उपलब्ध कराई जाती हैं. जिसमे उपभोक्ता का नाम, पता, जमीन की जानकारी, उधार की अवधि, वैलिडिटी पीरियड, और उपभोक्ता की पासपोर्ट साइज़ फोटो आदि जानकारी के तौर पर इंगित की जाती हैं.यह कार्ड एक परिचय पत्र की तरह भी काम करता हैं
क्रेडिट कार्ड का इतिहास (History Of Kisan Credit Card)
History Of Kisan Credit Card किसान क्रेडिट कार्ड 1998-99 में वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने शुरू की थी उस वक्त वित्त मंत्री ने अपनी स्पीच में कहा था किसान क्रेडिट कार्ड योजना (kisan credit card Yojana) के तहत बैंक द्वारा किसानो को एक तरह से गोद लिया जायेगा जिससे किसान खेती के लिए उर्वरक बीज, खाद और कीटनाशक खरीद सके. नाबार्ड प्रमुख बैंकों के साथ विचार-विमर्श करके एक आदर्श किसान क्रेडिट कार्ड योजना तैयार की हैं यह स्कीम रिजर्व बैंक के साथ मिलकर शुरू की गई थी.
किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे (Benefits Of Kisan Credit Card)
- बहुत ही सरल प्रक्रिया हैं जिसे आसानी से बिना पढ़ा लिखा या कम पढ़ा लिखा व्यक्ति समझ सकता हैं और उसका इस्तेमाल कर सकता हैं .
- and किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसान को हर साल लोन की प्रक्रिया नहीं करनी पड़ती . इस तरह यह कार्य समय और तनाव से राहत देती हैं . इसमें किसान को ऋण क्रेडिट के तौर पर मिल जाता हैं .
- किसान क्रेडिट कार्ड के कारण किसान बिना किसी चिंता के अपने खेत के लिए बीज, खाद और कीटनाशक खरीद सकता हैं .
- and किसान क्रेडिट कार्ड ऋण अदा करने का समय किसान कि सुविधानुसार अर्थात फसल के बिकने के बाद तक होता हैं .
- किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये किसान बैंक की किसी भी शाखा से धन ले सकता हैं .
क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता (Eligibility For Kisan Credit Card)
- क्रेडिट कार्ड के लिए वे सभी किसान अप्लाई कर सकते हैं जो कि स्वयं के खेत में कृषि उत्पादन में हो या अन्य किसी के खेत में कृषि का कार्य करते हो या किसी भी तरह के फसल उत्पादन से जुड़े हो, वे एकल या सम्मिलित क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं .
- किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसान को बैंक के ऑपरेशन एरिया में होना जरुरी हैं .
क्रेडिट कार्ड के तहत बीज, उर्वरक, फसल कटाई के बाद का खर्च, जानवरों का खर्च, अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों में लगने वाला खर्च एवम रखरखाव के लिए,किसान के घर की आवश्यकताओंके साथ कार्यशील पूंजी का उत्पादन, मत्स्य पालन आदि के लिए लघु अवधि के ऋण उपलब्ध कराता हैं
किसान क्रेडिट कार्ड तकनीकी सुविधा :
- पर्याप्त सिंचाई की सुविधाओं,मिट्टी, जलवायु की उपयुक्तता।
- भण्डार की सुविधा
- उत्पादन की उपयुक्ता
ऋण की राशि कितनी होगी या अहम सवाल हैं . ऋण की राशि कृषि योग्य क्षेत्र, पूर्व उत्पादन, जमीन की उर्वरकता एवम खेती को पुनः कृषि योग्य बनाने में लगने वाली लागत आदि पर निर्भर करता हैं .
किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत लोन सुविधा (Key Points For Kisan Credit Card)-
- पहले साल के लिए short term credit limit फिक्स की गई हैं जो कि फसलों की खेती, प्रस्तावित फसल पद्धति पर निर्भर करती है .
- आगामी फसल, एवम आवश्कतानुसार .
- फसलो की देख रेख का खर्च, उनका बिमा, किसानों का एसेट बीमा एवम दुर्घटना बिमा .
- आने वाले प्रत्येक वर्ष 1 से 5 में लोन 10 % बढाकर दिया जायेगा और जो short term credit limit दी गई थी उसे पाँचवे वर्ष में 150% तक बढ़ा दिया जायेगा .
- कृषि औजार / उपकरण आदि पर इन्वेस्ट होने वाली क्रेडिट राशि और एक वर्ष की अवधि के भीतर लौटाई गई राशि की जानकारी KCC की लिमिट तय करते वक्त देखी जाती हैं .
- जो short term loan पाँच वर्ष के लिए दिया जायेगा एवम अनुमानित निवेश ऋण इन्हें KCC की Maximum Permissible Limit (MPL) के तौर पर इंगित किया जायेगा .
- KCC धारको को एटीएम कम डेबिट कार्ड दिया जायेगा साथ ही उसका इस्तेमाल भी सिखाया जायेगा . जिससे वे पैसे निकल सके .
जब KCC limit 3 लाख होती हैं तब प्रोसेसिंग शुल्क माफ़ कर दिया जाता हैं .
- KCC अकाउंट प्रति वर्ष दी गई शर्तो एवम दिनांकों के अनुसार रिन्यू किये जाने चाहिये .
- रिन्यू की जाने वाली प्रक्रिया सामान्य ही हैं इसके लिए एक गाइड लाइन फॉर्म भरना होगा . शर्तो के अनुसार नयी MDL का निर्धारण किया जायेगा .
- योग्य फसलों को फसल बीमा योजना के तहत कवर किया जाएगा जो कि राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एनएआईएस (NAIS)) के तहत आएगा .
किसानो की जरुरत एवम उनकी आर्थिक स्थिती देखते हुए यह kisan credit card Yojana बहुत लाभकारी हैं. आज पृकृति के बदलते व्यवहार के कारण सबसे ज्यादा देश का किसान परेशान हैं. ऐसे में खेती से संबंधी जरुरी उर्वरक, बीज,खाद एवम अन्य समान लेने में मिलने वाली यह मदद किसान को राहत देती हैं .
किसानो को समय के अनुसार खेती में परिवर्तन करने की भी आवश्यक्ता हैं. इसके लिए किसानो को Kisan Call Center से जुड़ना चाहिये. साथ ही किसानो को अपने बच्चों की पढाई लिखाई पर पूरा ध्यान देना चाहिये. ताकि भविष्य में वे किसानी के अलावा भी कुछ कार्य कर सके.
किसान क्रेडिट कार्ड को देश मे पूरी तरह से लाने के श्रेय श्री अटल बिहारी वाजपाई की सरकार को जाता हैं इससे पहले किसानो को बैंक और साहूकार के दरवाजे जाना पड़ता था जो कि उनके लिये आसान नहीं था किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को संबल मिला और 1998 से अब तक इस योजना का किसान लाभ ले रहे हैं जिसके तहत उन्हे बीज, खाद, एवं खेती के उपकरणो के लिये निर्भर नहीं करना पड़ता वे आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये अपने सारे खर्चे निकाल लेते हैं और वर्ष के अंत मे उन्हे चुकता भी कर देते हैं।