Skip to the content

onlineexamguide

  • Home
  • Courses
  • Engg. Interview
    • Placement Papers
    • Electrical Engineering
    • Mechanical Engineering
    • Automobile Engineering
    • Civil Engineering
    • Computer Science Engineering
    • Chemical Engineering
  • Online Exam
    • NTA UGC NET Exam
    • SSC Examination quiz
    • TET Examination Quiz
    • Banking Exam
    • Aptitude Tests
    • Computer Knowledge Tests
    • Logical Reasoning Tests
    • English Language Tests
    • Staff Nurse Exams
    • General Knowledge Tests
    • Networking Tests
  • Ghatna Chakra
  • Register
    • Instructor Registration
    • Student Registration
  • User Login
  • Home
  • Courses
  • Engg. Interview
    • Placement Papers
    • Electrical Engineering
    • Mechanical Engineering
    • Automobile Engineering
    • Civil Engineering
    • Computer Science Engineering
    • Chemical Engineering
  • Online Exam
    • NTA UGC NET Exam
    • SSC Examination quiz
    • TET Examination Quiz
    • Banking Exam
    • Aptitude Tests
    • Computer Knowledge Tests
    • Logical Reasoning Tests
    • English Language Tests
    • Staff Nurse Exams
    • General Knowledge Tests
    • Networking Tests
  • Ghatna Chakra
  • Register
    • Instructor Registration
    • Student Registration
  • User Login

जीव विज्ञान के कुछ प्रश्न जो परीक्षा में हमेशा पूछे जाते हैं

jeev vigyan

Table of Contents

  • who is the father of biology(jeev vigyan) ?
  • What is Biology? (jeev vigyan )
  • जीव विज्ञान (jeev vigyan ) कुछ के प्रश्न –
  • UPSC, UPPSC, SSC Science Questions in Hindi
  • सोने को घोला जा सकता है
  • UPSC, UPPSC, SSC में पूछे गये विज्ञान के प्रश्न | भाग 5

who is the father of biology(jeev vigyan) ?

father of biology (jeev vigyan ke janak ) | jeev vigyan ke janak kaun hai

Aristotle is known as the “Father of Biology”(jeev vigyan) because he widely studied the natural world and examined its origins using scientific insights and systematic observations rather than connecting it to divine interference. He was also the first to uncover the relationship between animals and establish a system of classification.

What is Biology? (jeev vigyan )

“Biology (jeev vigyan ) is defined as the study of living organisms, their origins, anatomy, morphology, physiology, behaviour , and distribution.”

जीव विज्ञान (jeev vigyan ) कुछ के प्रश्न –

बादल और वायुमंडल का तैरना किस कारण होता है

  • ताप के कारण
  • दाब के कारण
  • समुद्र से दूरी के कारण
  • श्यानता के कारण

उत्तर –  श्यानता के कारण

व्याख्या –  बादल और वायुमंडल भाग के छोटे-छोटे कणों से मिलकर बने होते हैं इन कणों का सीमांत वेग बहुत कम होता है जिससे वह वायु की दिशा में बह जाते हैं जिससे उनका समूह  तैरता हुआ  सा प्रतीत होता है  अतः बादल और वायुमंडल आकाश में श्यानता के कारण तैरते हुए प्रतीत होते हैं


क्रायोजेनिक यानी निम्नतापिकी  का अनुप्रयोग इन में से किसमें होता है

  • अंतरिक्ष यात्रा,  शल्य कर्म  एवं चुंबकीय प्रस्थापन में
  • शल्य कर्म चुंबकीय प्रस्थापन एवं दूरमिति में
  • अंतरिक्ष यात्रा कार्यक्रम एवं दूरमिति में
  • अंतरिक्ष यात्रा चुंबकीय प्रस्थापन एवं दूरमिति में

उत्तर – अंतरिक्ष यात्रा,  शल्य कर्म  एवं चुंबकीय प्रस्थापन में

व्याख्या –  क्रायोजेनिक विज्ञान की वह शाखा है जिनमें न्यूनतम उत्पन्न करने की विधियों का तथा निम्न ताप पर पदार्थ के गुणों का अध्ययन किया जाता है निम्नताप प्राय: द्रवित गैसों  के उपयोग द्वारा प्राप्त किया जाता है


मोती के मुख्य अवयव है

  • कैल्शियम  कार्बोनेट
  • ऐरागोनाइट  और कांचीयोलिन
  • अमोनियम सल्फेट और सोडियम कार्बोनेट
  • कैल्शियम ऑक्साइड और अमोनिया क्लोराइड

कैल्शियम  कार्बोनेट

व्याख्या –  मोदी का आवरण मुख्यतः रेशम का बना होता है कैल्शियम कार्बोनेट की प्रकृति में चूना पत्थर संगमरमर खड़िया आदि के रूप में काफी मात्रा में पाया जाता है जो सी पी के अंदर धीरे-धीरे एकत्रित होकर कड़ा रूप ले लेता है मोती मुख्यतया सीपी के जीवो द्वारा छोड़ा गया एक तरल पदार्थ होता है


लोहे में जंग को रोकने के लिए उपयोग किया जाता है

  •  जिंक
  • मैग्नीशियम
  • क्लोरीन
  • तांबा

जिंक

व्याख्या-  आर्द्र वायु के संपर्क में आने से लोहे के ऊपर लाल रंगी एक पीली परत जम जाती है जिसे जंग कहा जाता है इसे रोकने के लिए लोहे के ऊपर जस्ते की परत चढ़ाई जाती है जिसे गैलवेनाइज्द कहा जाता है जिससे लोहे का संपर्क ऑक्सीजन से नहीं हो पाता और उसमें जंग नहीं लगती


 विश्व में उपयोग में लाई जाने वाली प्रथम धातु थी

  • तांबा
  • सोना
  • चांदी
  • लोहा

तांबा

व्याख्या – मानव द्वारा पत्थर के बाद सर्वप्रथम जीवन यापन हेतुतांबे का उपयोग किया गया सर्वप्रथम इसका प्रयोग करीब 5000 ईसापूर्व में किया गया वस्तुतः तांबा धरातल के ऊपरी परत पर पाया जाता है तथा वह श्रद्धा से नदियों के निच्छालन  से  भी प्राप्त कर लिया जाता है इसलिए इसका प्राप्त होना सरल था जिसका उपयोग पाषण कालीन मानव ने कुल्हाड़ी बनाने दरेती बनाने आदि में किया


निम्न में से कौन सा पायसी कारक है

  • साबुन
  • जल
  • तेल
  • सोडियम क्लोराइड

साबुन

व्याख्या –  जब किसी क्लोराइड में एक द्रव्य के सारे कण दूसरे द्रव्य के सारे कणों में  परिक्षेपित  तो हो जाते हैं लेकिन  घुलते नहीं हैं इस  कोलाइड को पायस इमल्सन कहा जाता है सबसे बड़े पैमाने पर पायसी कारक के रूप में साबुन और डिजरजेंट का प्रयोग किया जाता है इनकी पायासीकरण की प्रक्रति कपड़ों को धोने में सहायता करती है पायासीकारकों का प्रयोग उद्योगों में अयस्कों के सांद्रण के लिए भी किया जाता है |


बोतल का दूध पीने वाले बच्चे की तुलना में मां का दूध पीने वाले बच्चे में निम्नलिखित में से कौनसे विशिष्ट लक्षण होते हैं

  • वह दीर्घकाय नहीं होगा
  • उसमें रोगों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी
  • उसमें विटामिन और प्रोटीन अधिक मिलते हैं
  •  उसकी लंबाई में असामान्य वृद्धि होगी
  • 1, 2 और 3
  • 1, 2 और 4
  • 1, 3 और 4
  • 2, 3 और 4

1, 2 और 3

व्याख्या –  मां का दूध अपने आप में संपूर्ण आहार माना जाता है इसमें एक विशेष प्रकार का प्रोटीन पाया जाता है जिसे जीएलए कहा जाता है जो शिशु के लिए महत्वपूर्ण होता है जबकि बोतल का दूध इस तत्व से रहित होता है और जो बच्चा बोतल के दूध का उपयोग करता है उसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता और विटामिन तथा प्रोटीन की कमी पाई जाती है जिससे उसका पूर्ण शारीरिक तथा मानसिक विकास नहीं हो पाता है


किस प्राणी के प्लाज्मा में हीमोग्लोबिन का विलय हो जाता है

  • मेंढक
  • मत्स्य
  • मानक
  • केंचुआ

केंचुआ

व्याख्या –   केंचुआ  ऐनीलिडा संघ का प्राणी है जिसका प्लाज्मा हीमोग्लोबिन  में विलयित हो जाता है  केचुए को किसान का मित्र भी कहा जाता है यह मिट्टी को खा कर मल के रूप में फास्फोरस युक्त मृदा निकालता है जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है


 किस प्राणी के प्लाज्मा में ब्लड सस्पेंडेड होता अथवा बनता है

  • मानव
  • मेंढक
  •  इंसेक्ट
  • स्यूडोमोनास

मेंढक

व्याख्या –  मेंढक के प्लाज्मा में ब्लड सस्पेंडेड होता हुआ बनता है  मेंढक एम्फीबीया वर्ग का प्राणी है  इस  वर्ग के प्राणी उभयचर होते हैं  यह असमतापी होते हैं  इसमें श्वसन क्लोंमों  त्वचा एवं फेफड़ों द्वारा होता है इस  वर्ग के जीवो के हृदय  3  वॉल्व  के होते हैं  जिसमें दो आलिंद और एक निलय होते हैं


पक्षी उड़ने के समय इधर उधर करने के समय गिरने लगता है जिसे रोकता है

  • पंखों को सिकुड़ा कर
  • पंखों को फैलाकर
  • पंखों को ऊपर नीचे कर
  • हवा के साथ उड़ कर

पंखों को फैलाकर

व्याख्या –  पक्षी उड़ने के समय इधर-उधर करने के कारण गिरने लगता है किंतु वह अपने पंख फैलाकर संतुलन बना लेता है जिससे उसका गिरना रुक जाता है


मनुष्य के शरीर में रक्त का कौन सा भाग रोगों का प्रतिरोध करता है

  • आर. बी. सी.
  • डब्ल्यू. बी. सी.
  • सी. प्लाज्मा
  • वसा

डब्ल्यू. बी.सी.

व्याख्या –  मनुष्य की श्वेत रुधिर कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नहीं होता इसलिए यह रंगहीन होते हैं तथा इनकी संख्या कम होती है  एक स्वास्थ्य मनुष्य के रुधिर में इतनी संख्या 6000  से  9000 रति क्यूबिक मिलीमीटर तक होती है परंतु रोग की अवस्था में इनकी संख्या अधिक हो जाती है इसका निर्माण अस्थि मज्जा,  लिंफनोड  में होता है इनका जीवनकाल 4 दिन का होता है इनकी मृत्यु रक्त कोशिकाओं में ही हो जाती है वस्तुतः श्वेत रक्त कण शरीर में उत्पन्न रोगों का प्रतिरोध उत्पन्न करता है


श्वसनांग से संबंधित बीमारी है

  • बेरी बेरी
  • कोलाइन
  • अर्थराइटिस
  • इंफ्लुएंजा

इंफ्लुएंजा

व्याख्या-  इंफ्लुएंजा वायरस के संक्रमण से होने वाला संक्रमण रोग है इसे फ्लू भी कहते हैं इसमें सारे शरीर में दर्द के साथ जुकाम भी होता है गले में सूजन, छींक,  बेचैनी से दर्द भी रहता है सावधानी बरतने पर यह 1 सप्ताह में ठीक हो जाता है लेकिन यदि इसका सही ढंग से उपचार नहीं किया गया तो ब्रोंकाइटिस नामक बीमारी होने का भय रहता है


उचित नीति से कटे हीरे की असाधारण चमक का आधारभूत कारण यह है कि

  • उसमें अति उच्च पारदर्शिता होती है
  • उसका अति उच्च अपरवर्तन सूचकांक होता है
  • वह बहुत कठोर होता है
  • उसके सुनिश्चित विदलन तल होते हैं

उसका अति उच्च अपरवर्तन सूचकांक होता है

व्याख्या –  हीरे का अपवर्तनांक बहुत अधिक होता है जिस कारण इसका आयतन कोण क्रांतिक कोण से बड़ा होता है इससे इसके अंदर प्रवेशित प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है जो हीरे की चमक का आधारभूत कारक है


प्रकाश की गति किसके बीच से जाते हुए न्यूनतम होगी

  • कांच
  • निर्वात
  • जल  
  • वायु

कांच

व्याख्या –  कांच. निर्वात जल तथा वायु में से कांच में प्रकाश का वेग सबसे कम होगा निर्वात में प्रकाश का वेग 300000 किलोमीटर से वायु में 2.5 लाख किलोमीटर से जल में 2.25 लाख किलोमीटर से और कांच में 200000 किलोमीटर से होता है


किसी अपारदर्शी वस्तु का रंग उस रंग के कारण होता है जिसे वह

  • अवशोषित करता है
  • अपरिवर्तित करता है
  • परावर्तित करता है
  • प्रकीर्ण करता है

परावर्तित करता है

व्याख्या –  किसी अपारदर्शी वस्तु के रंग का निर्धारण, उस पत्तों के द्वारा परावर्तित किए गए प्रकाश के रंग द्वारा होता है अर्थात कोई वस्तु सूर्य के सात  रंगों के प्रकाश में जिस रंग को सबसे अधिक परावर्तित करती है  वही उस वस्तु का रंग होता है ज्ञात है कि नीले रंग के प्रकाश का  प्रकीर्णन सर्वाधिक होने के कारण हमें आकाश नीला दिखाई देता है प्रकाश का अवशोषण हो जाने पर वस्तुएं हमें काली दिखाई पड़ती हैं जबकि प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण  वस्तुएं हमें चमकदार दिखाई देती है जैसे हीरा


सामान्यतया स्त्रियों की आवाज का तारत्व है

  • पुरुषों की तुलना में अधिक होता है
  • पुरुषों की तुलना में मामूली कम होता है
  • पुरुषों की तुलना में बहुत कम होता है
  • उतना ही होता है जितना पुरुषों की आवाज का

पुरुषों की तुलना में अधिक होता है

व्याख्या –  सामान्य  स्त्रियों की आवाज का तारत्व पुरुषों की तुलना में अधिक होता है जिसके कारण स्त्रियों की आवाज पतली तथा मधुर होती है


पानी से भरी डाट लगी बोतल जमने पर टूट जाएगी क्योंकि

  • जमने पर बोतल से सिकुड़ती है
  • जमने पर जल का आयतन घट जाता है
  • ज़मने  पर जल का आयतन बढ़ जाता है
  • कांच ऊष्मा का कुचालक है

ज़मने  पर जल का आयतन बढ़ जाता है

व्याख्या –  पानी के ज़मने  पर उसका आयतन बढ़ जाता है फलस्वरूप पानी से भरी डाट लगी बोतल जमने पर टूट जाती है

UPSC, UPPSC, SSC में पूछे गये विज्ञान के प्रश्न | व्याख्या सहित | भाग 2


मोनाजाइट किसका अयस्क है

  • जर्कोनियम
  • थोरियम
  • ट्रइटेनियम
  • लौह

थोरियम

व्याख्या – मोनाजाइट एवं थायोराइट परमाणु ईधन के रूप में प्रयुक्त किए जाने वाले .खनिज तत्व थोरियम के अयस्क है मोनाजाइट जिसमें 18% थोरियम होता है भारत के केरल तथा मद्रास के समुद्र तट की बालू में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है विश्व में थोरियम के इस अयस्क की सर्वाधिक मात्रा भारत तथा पश्चिमी अफ्रीका में पायी जाती है थोरियम के उस अयस्क को ब्रीडर रिएक्टर के माध्यम से यूरेनियम 233 में परिवर्तित करके परमाणु विद्युत् का उत्पादन किया जाता है 

जस्तेदार लोहे की चादरें जंग से बची रहती है क्योंकि उनमें निम्नलिखित की परत विद्यमान होती है

  • सीसा
  • क्रोमियम
  • यशद
  • वंग

यशद   

व्याख्या –  लोहे की किसी वस्तु को वायुमंडल में खुला छोड़ देने पर वायुमंडल में उपस्थित ऑक्सीजन एवं नमी से अभिक्रिया होती है इस अभिक्रिया के परिणाम स्वरुप फेरिक हाइड्रोक्साइड तथा फेरिक ऑक्साइड के मिश्रण का निर्माण होने से लोहे में जंग लग जाती है लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर यशद  या जस्ते का लेपन किया जाता है जिसे  जस्तीकरण कहते हैं टिन( 67%), तथा सीसा (33%), के मिश्रण का उपयोग धातुओं में टांका लगाने के लिए किया जाता है क्रोमियम(18%), लोहा(75%), निकिल(8%), तथा कार्बन(1%), मिलाकर स्टेनलेस स्टील तैयार किया जाता है

पानी आयनिक लवण का सुविलायक है क्योंकि

  • उसका क्वथनांक उच्च है
  • उसका द्विध्रुव आघूर्ण अधिक है
  • उस की विशिष्ट ऊष्मा अधिक है
  • उसका कोई रंग नहीं होता

उसका द्विध्रुव आघूर्ण अधिक है

व्याख्या –  पानी हाइड्रोजन के दो परमाणुओं तथा ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बना एक ध्रुवीय योगिक है पानी का द्विध्रुवीय आघूर्ण अधिक होने के कारण  आयनिक लवणों  का श्रेष्ठ सुविलायक  होता है किसी पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा ऊष्मा की वह मात्रा है जो इसके 1 ग्राम मूल्य का तापमान 1 डिग्री सेल्सियस बढ़ाने में आवश्यक होती है

मानव भ्रूण का हृदय कब स्पंदन करने लगता है

  • अपने परिवर्धन के प्रथम सप्ताह में
  • अपने परिवर्धन के तृतीय सप्ताह में
  • अपने परिवर्धन के चतुर्थ सप्ताह में
  • अपने परिवर्धन के छठे सप्ताह में   

अपने परिवर्धन के चतुर्थ सप्ताह में

व्याख्या – पुरुष शुक्राणु द्वारा स्त्री अंडाणु को निषेचित किए जाने के बाद निर्मित भूण  के चौथे सप्ताह अर्थात एक माह में हृदय, आरंभिक आंखों का विकास तथा पैरों के चिन्ह बनने लगते हैं ज्ञात है कि मानव हृदय में 4 कोष्ठ या वेश्म होते हैं ऊपरी प्रकोष्ठों को दाया आलिंद एवं बायाँ अलिंद  तथा नीचे के प्रकोष्ठों को दायां निलय  कहते हैं शिराओं के द्वारा शरीर का अशुद्ध रक्त दाहिने अलिंद में  इकट्ठा होता है  जबकि फेफड़ों द्वारा  शुद्ध(आक्सीकृत)  किया गया रक्त बाएं मिले थे धमनियों द्वारा सारे शरीर में पहुंचता है

परखनली शिशु के मामले में

  • निषेचन परखनली के अंदर होता है
  • शिशु का परिवर्धन परखनली के अंदर होता है
  • निषेचन माता के शरीर से बाहर होता है
  •  अनिषेचित अंड का परखनली के अंदर परिवर्तन होता है

निषेचन परखनली के अंदर होता है

व्याख्या  – परखनली शिशु को जन्म देने के लिए इच्छित  स्त्री का अंडाणु बाहर निकाल कर उसे एक परखनली में पुरुष के शुक्राणु से निषेचित कराकर पुन: स्त्री के गर्भाशय में पहुंचा दिया जाता है निषेचित अंडाणु गर्भाशय में सामान्य अंडाणु की भांति विकसित होकर शिशु के रूप में जन्म लेता है परखनली निषेचन की इस विधि को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन कहते हैं इस विधि से संतान हीन महिलाओं को जो साधारण रूप से गर्भधारण नहीं कर पाती संतान सुख की प्राप्ति संभव हो जाती है भारत में प्रथम परखनली शिशु 6 अप्रैल 1986 में मुंबई में पैदा हुआ जिसका नाम इंदिरा रखा गया

किसी वयस्क कामगार के लिए 1 दिन के संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट खाद्य और कुल प्रोटीन खाद्य उत्कृष्ट और निम्न दोनों ही का क्रमशः तौल होना चाहिए

  • 600 ग्राम और 420 ग्राम
  • 600 ग्राम और 600 ग्राम
  • 420 ग्राम और 600 ग्राम
  • 420 ग्राम और 420

600 ग्राम और 420 ग्राम

व्याख्या –  मनुष्य के भोजन का पोषक तत्व 6 प्रकार के यौगिकों कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन,  वसा, खनिज  लवण,  जल और विटामिन से बना होता है एक वयस्क कामगार को प्रतिदिन 450 से 500 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 82 से सौ ग्राम प्रोटीन तथा औसतन 2 ग्राम वसा की आवश्यकता होती है

हाइड्रोजन गैस का एक मोल ( अणु ग्राम) ऑक्सीजन आधिक्य में  जल कर 290 किलो जूल ऊष्मा देता है उन्हीं परिस्थितियों मैं 4 ग्राम हाइड्रोजन गैस के जलने पर कितनी ऊष्मा उत्पन्न होगी

  • 145  किलोजूल
  • 290  किलोजूल
  • 580  किलोजूल
  • 1160 किलोजूल

580  किलोजूल 

निम्नलिखित में से किस विटामिन को हार्मोन माना जाता है

  • ए
  • बी
  • सी
  • डी

डी

व्याख्या –  सूर्य के प्रकाश में  एरगोस्टीरोल की सहायता से कोलेस्ट्रॉल के सिंथेसिस द्वारा विटामिन डी बनता है सिंथेसिस द्वारा की गई  यह क्रिया हार्मोन जैसी होती है  जिसके कारण विटामिन डी को हार्मोन समझा जाता है

दूध को पचाने के लिए आवश्यक एंजाइम रेनिन और लैक्टेस,  मानव शरीर में कितने वर्ष की आयु में लुप्त हो जाता है

  • 2 वर्ष
  • 3 वर्ष
  • 5 वर्ष
  • 8 वर्ष

8 वर्ष

व्याख्या –  मां का दूध बच्चों के लिए संपूर्ण आहार होता है बच्चों में दूध को पचाने हेतु आवश्यक रेनिन एवं लैक्टेस नामक हार्मोन का स्त्राव होता है रेनिन और लैक्टेस  दोनों एंजाइम मानव शरीर में 8 वर्ष की आयु तक लुप्त हो जाती है 

विकास के उत्परिवर्तन सिद्धांत का प्रतिपादन किया था

  • हक्सले ने
  • डार्विन ने
  • लैमार्क ने
  • ह्यूगो डी व्रीज ने

ह्यूगो डी व्रीज ने

व्याख्या – उपार्जित लक्षणों की वंशागति का सिद्धांत लैमार्क,  प्राकृतिक वरण का सिद्धांत डार्विन, उत्परिवर्तन का सिद्धांत  ह्यूगो डी व्रीज ने जीवद्रव्य जीवन का भौतिक आधार है हैक्सले  उत्परिवर्तन का अर्थ है अचानक आनुवांशिक परिवर्तन जीवो के जीन में अचानक परिवर्तन आ जाता है फलत: धारक जीव में ऐसी विलक्षणताएं  उत्पन्न होती है जो माता-पिता में मौजूद नहीं होती है

यदि एक पिता का रक्त वर्ग ए और माता का रक्त  वर्ग ओ है तो बताइए उनके पुत्र का निम्नलिखित में से कौन सा रक्त वर्ग हो सकता है

  • बी
  • ए बी
  • ओ
  • बी, ए बी अथवा ओ

ओ

व्याख्या –  रुधिर आधान के लिए रक्त देने वाले दाता तथा लेने वाले प्रापक  कार्य समान ग्रुप का होना चाहिए रक्त समूह में विषम होने पर आधानित रक्त की कोशिकाएं प्राप्तकर्ता व्यक्ति के शरीर में  पहुंचकर थक्का बनने लगती है, इस क्रिया को अभिश्लेष्ण या क्लम्पिंग कहते है इससे  रुधिर प्राप्त करने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है   कुल 4 रक्त समूह  ए, बी, ए बी अथवा ओ होते हैं यदि किसी पिता का रक्त वर्ग ए माता का रक्त वर्ग ओ है  तो उनसे होने वाली संतान पुत्र का रक्त समूह एअथवा ओ में से कोई एक हो सकता है

कोलेस्ट्रॉल क्या है

  • कीटनाशी
  • विटामिन
  • स्टीरॉयड
  • एंजाइम

स्टीरॉयड

व्याख्या –  यह किसी क्रिया में उत्प्रेरक का कार्य करता है कोलेस्ट्रॉल की  अतिरिक्त मात्रा से हृदय वाहिका रोग, धमनियों या  पक्षपातों के दृढन जैसी समस्या हो सकती है कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का स्टीरॉयड है कीटनाशी जो कीटाणुओं को नष्ट करती हैं जैसे डीडीटी मेलाथियान विटामिन की खोज फंक ने सन् 1911 ईस्वी में की थी यह एक प्रकार का कार्बनिक यौगिक है इनमें कोई कैलरी प्राप्त नहीं होती परंतु शरीर के  उपापचय में रासायनिक प्रतिक्रियाओं के नियम के लिए अत्यंत आवश्यक है

यदि हवा का तापमान बढता है तो उसकी जलवाष्प ग्रहण करने की क्षमता

  • घटती है
  • बढ़ती है
  • पहले घटती है पुनः बढ़ती है
  • कोई प्रभाव नहीं पड़ता

 बढ़ती है

व्याख्या –  वायुमंडलीय आर्द्रता एवं तापमान में प्रत्यक्ष संबंध है वायु में किसी निश्चित समय पर जलवाष्प धारण करने की शक्ति उसके तापमान पर निर्भर करती है हवा जितनी गर्म होगी उस में नमी धारण करने की शक्ति उतनी ही बढ़ेगी

ऐटम में न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी ?

  • जे जे थॉमसन
  • चैडविक
  • रदरफोर्ड
  • न्यूटन

चैडविक

व्याख्या –  न्यूटन की खोज सर जेम्स चैडविक ने की थी यह विद्युत उदासीन कण है  एवं इसका  द्रव्यमान प्रोटोन के बराबर होता है इलेक्ट्रॉन की खोज जे जे थॉमसन ने की थी इसकी मात्रा हाइड्रोजन परमाणु की मात्रा की एक बटा 1840 होती है और इस पर ऋण आवेश की एक इकाई होती है रदरफोर्ड ने परमाणु का प्रथम विखंडन तथा परमाणु शोध की खोज की  न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण नियम की खोज की यह नियम है पृथ्वी पर स्थित सभी वस्तुएं पृथ्वी द्वारा आकर्षित होती हैं

ऑटोमोबाइल के हाइड्रोलिक ब्रेक के कार्य करने का सिद्धांत है

  • आर्किमिडीज बीच का सिद्धांत
  • न्यूटन के गति के नियम
  • बरनौली का सिद्धांत
  • पास्कल का नियम

पास्कल का नियम

व्याख्या –  आर्किमिडीज का सिद्धांत यह है कि जब कोई वस्तु किसी द्रव्य में डूबने जाती है तो वह  द्रव्य के अंदर अपने आयतन के बराबर आयतन के द्रव्य को  विस्थापित करके स्वयं उसका स्थान ले लेती है जैसे लोहे का जहाज पानी में तैरता है न्यूटन  का गति विषयक तृतीय नियम है  कि प्रत्येक क्रिया की उसके समान परंतु विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है जैसे जब बंदूक से गोली छोड़ी जाती है तो हमें पीछे की और झटका लगता है बरनौली के नियम के अनुसार जिस स्थान पर द्रव्य का वेग कम होता है वहां दाब अधिक होता है तथा जिस स्थान पर वेग अधिक होता है वहां दाब कम होता है पास्कल के नियम के अनुसार ऑटोमोबाइल्स के हाइड्रोलिक ब्रेक कार्य करता है

दूर दृष्टि से पीड़ित व्यक्ति को कठिनाई होती है

  • दूर की वस्तुएं स्पष्ट देखने में
  • पास की वस्तुएं स्पष्ट देखने में
  • दूर और पास दोनों की वस्तु देखने में
  • इनमें से सभी

पास की वस्तुएं स्पष्ट देखने में

व्याख्या – दूर दृष्टि दोष के कारण  आंखें दूर की वस्तु तो देख सकती हैं  लेकिन नजदीक की वस्तु का प्रतिबिंब रेटिना के पीछे बनता है  इतने नजदीक  की वस्तु नहीं दिखाई देती  इसके उपाय के लिए उत्तल लेंस का चश्मा लगाया जाना चाहिए

भारी जल का रासायनिक फार्मूला है

  •  H2O
  • D2O
  • H2CO3
  • H2S

D2O

व्याख्या – भारी जल का रसायनिक( फार्मूला)  सूत्र D2O है  तथा  भारी हाइड्रोजन का रासायनिक सूत्र D2  है ज्ञात है कि ब्यूटी डयूटेरियम हाइड्रोजन का समस्थानिक है (D2O) रंगहीन, गंधहीन  तथा स्वादहीन होता है

निम्नलिखित में से कौन-सा सामान्य ताप पर ठोस अवस्था में रहता है

  •   क्लोरीन
  • ब्रोमीन
  • आयोडीन
  • फ्लोरीन

आयोडीन

व्याख्या – आयोडीन नीले काले रंग का अपारदर्शीय  क्रिस्टलीय ठोस है जिसमें  धात्विक चमक होती है अर्थात आयोडीन सामान्य ताप पर ठोस अवस्था में रहता है

छपाई में प्रयोग की जाने वाली स्याही निम्नलिखित में से किसके अपघटन से प्राप्त होती है

  • एसिटीलीन
  • मीथेन
  • कार्बन  टेट्राक्लोराइड
  • बेंजीन

मीथेन

व्याख्या –  छपाई में प्रयोग की जाने वाली  स्याही मीथेन के अपघटन से प्राप्त होती है अर्थात मीथेन को हजार डिग्री सेल्सियस तापमान पर जलाने पर कार्बन ब्लैक बनता है जिसका उपयोग छपाई की तैयारी बनाने के लिए किया जाता है

कॉर्क निम्नलिखित में से किस पेड़ से प्राप्त होता है

  • डलबर्जिया
  • सेडरस
  • क्वेकस
  • आर्जीमोन

क्वेकस

व्याख्या –  कॉर्क ओक नामक वृक्ष से प्राप्त किया जाता है जिस का वैज्ञानिक नाम क्वैकस सुबर है

UPSC, UPPSC, SSC Science Questions in Hindi



रुधिर के प्लाज्मा में निम्नलिखित में से किसके द्वारा एंटीबॉडी निर्मित होती है

  • मोनोसाइट
  • लिंफोसाइट्स
  • इयोसिनोफिल
  • न्यूट्रोफिल

लिंफोसाइट्स

व्याख्या – रुधिर  के प्लाज्मा में लिंफोसाइट्स  द्वारा एंटीबॉडी निमित्त होती है लिंफोसाइटस  छोटे श्वेत  रुधिर अणु है परंतु  इनका केंद्रक बड़ा तथा गोल होता है  इनकी संख्या  श्वेत रुधिराणुओं  की कुल संख्या का लगभग 20 से 28 प्रतिशत तक होती है किंतु कभी-कभी इनकी संख्या बढ़ जाती है यह  प्रायः रुधिर से निकलकर संयोजी उत्तक में चले जाते हैं  यह शरीर की प्रतिरक्षी प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक प्रतिरक्षियों का निर्माण करते हैं


लेकसिकोग्राफी का संबंध है

  • मानव शरीर की संरचना से
  • शब्दकोश के संयोजन से
  • गुप्त लिखावट से
  • चित्र और मॉडल के द्वारा पढ़ाने से

शब्दकोश के संयोजन से

व्याख्या – लेकसिकोग्राफी  का संबंध शब्दकोश के संयोजन से है फिजियोलॉजी मानव शरीर की संरचना से संबंधित है मानव शरीर अनेक जीव  अंगों द्वारा बनाई हुई एक जीवित मशीन  है शरीर का प्रत्येक अंग एक निश्चित कार्य के लिए नियमित रुप से कार्य करता है शरीर की सबसे छोटी इकाई कोशिका होती है


निम्नलिखित में से किस विटामिन में कोबाल्ट होता है

  • विटामिन बी 6
  • विटामिन बी2
  • विटामिन बी1
  •  विटामिन बी12

विटामिन बी12

व्याख्या –  विटामिन बी 12 जिसका नाम साइनोकोबैलीयन है उसमें कोबाल्ट पाया जाता है विटामिन बी 6 पैराडॉक्सिन है इसकी कमी से त्वचा रोग होता है विटामिन बी 1 थायमिन है  इसकी कमी से बेरी बेरी का रोग होता है विटामिन बी 2 राइबोफ्लेविन है इसकी कमी से वृद्धि का रुकना जीभ पर छाले पड़ने जैसा रोग होता है


मनुष्य में एफ्लाटोक्सिन  खाद्य विषाक्तन  द्वारा सामान्यतः कौन सा अंग प्रभावित होता है

  • हृदय
  • फेफड़ा
  • वृक्क
  • यकृत

यकृत


इनमें से रक्त दाब का मापक यंत्र कौन सा है

  • स्फेरो मीटर
  • एनीमो मीटर
  • स्पाइगामो मीटर
  • एम  मीटर

स्पाइगामो मीटर

व्याख्या –  रक्त दाब का मापक यंत्र स्पाइगामो मीटर है एनीमोमीटर  हवा की शक्ति व दिशा ज्ञात करने का यंत्र है एमी मीटर  विद्युत धारा( इकाई एंपियर) मापने का यंत्र है तथा कार्डियोग्राफ हृदय गति का ग्राफ बनाने वाला यंत्र है वह इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफी हृदय की धड़कन का मापक है


लोलक की  कालावधि

  • द्रव्यमान के ऊपर निर्भर करती है
  • लंबाई के ऊपर निर्भर करती है
  • समय के ऊपर निर्भर करती है
  • तापक्रम के ऊपर निर्भर करती है

लंबाई के ऊपर निर्भर करती है

व्याख्या –  सरल लोलक की  कालावधि लंबाई के ऊपर निर्भर करती है सरल लोलक का आवर्तकाल,प्रभावी लंबाई के वर्गमूल के  अनुक्रमानुपाती होता है  अतः प्रभावी लंबाई बढ़ाने पर आवर्तकाल  बढ़ता है तथा घटाने पर घटता है


जब  वैद्युतिक ऊर्जा गति में परिवर्तित होती है तो

  • कोई ऊष्मा की हानि नहीं होती
  • 50% ऊष्मा की हानि होती है
  • 30% ऊष्मा की हानि होती है
  • 80% ऊष्मा की हानि होती है

कोई  ऊष्मा की हानि नहीं होती

 व्याख्या –  जब वैद्युतिक ऊर्जा गति में परिवर्तित होती है तब ऊष्मा की कोई भी हानि नहीं होती है


प्रकाश में सात रंग होते हैं रंगों को अलग करने का क्या तरीका है

  • एक प्रिज्म से रंगों को अलग अलग किया जा सकता है
  • फ़िल्टर से रंगों को अलग अलग किया जा सकता है.
  • पौधों के रंगों को अलग अलग किया जा सकता है
  • रंगों को अलग अलग नहीं किया जा सकता है

एक प्रिज्म से रंगों को अलग अलग किया जा सकता है

व्याख्या –  जब सूर्य का प्रकाश प्रिज्म से होकर गुजरता है तो वह परिवर्तन के प्रिज्म के आधार की ओर झुकाने के साथ साथ विभिन्न रंगों के प्रकाश में बट जाता है  इस प्रकार से प्राप्त रंगों के समूह को ही वर्णक्रम कहते हैं तथा श्वेत प्रकाश को  अपने अवयवी रंगों मैं विभक्त होने की क्रिया को वर्ण विक्षेपण कहते हैं


चुंबकीय सुई किस तरफ संकेत करती है

  • पूर्व
  • पश्चिम
  • उत्तर
  • आकाश

उत्तर

व्याख्या – चुंबकीय सुई एक छोटा चुंबक होता है इसका जो सिरा उत्तर की ओर संकेत करता है उसे उत्तर ध्रुव और जो दक्षिण की ओर संकेत करता है उसे दक्षिण ध्रुव कहते हैं सजातीय ध्रुव एक दूसरे  को प्रतिकर्षित करते हैं जबकि विजातीय  ध्रुव एक दूसरे को आकर्षित करते हैं


पीतल में कौन कौन सी धातु है

  • तांबा और  निकिल
  • निकिल और जस्ता
  • मैग्नीशियम और जस्ता
  • तांबा  और जस्ता

तांबा और जस्ता

 व्याख्या –   पीतल में जस्ता (70%) और  तांबा (30%)  धातुएं होती है इसका उपयोग तार मशीनों के पुर्जे व बर्तन  बनाने के रूप में होता है


चूहे मारने का जहर किस रासायनिक पदार्थ से बनता है

  • इथाइल अल्कोहल
  • मिथाइल आइसोसायनेट
  • पोटेशियम साइनाइट
  • इथाइल आइसोसायनाइट

पोटेशियम साइनाइट

व्याख्या –  चूहे मारने के लिए रेड्रोसाइट नामक रसायन पदार्थ का उपयोग किया जाता है  जिसका निर्माण पोटेशियम साइनाइट से किया जाता है जो अत्यंत जहरीला रसायन है


विद्युत उत्पन्न करने के लिए कौन सी धातु का उपयोग होता है

  • यूरेनियम
  • लोहा
  • तांबा
  • एल्युमिनियम

यूरेनियम

व्याख्या- परमाणु ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के लिए रिएक्टर में यूरेनियम का उपयोग ईधन के रुप में किया जाता है यूरेनियम एक दुर्लभ तत्व है प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता है इसे आशा धातु भी कहा जाता है भारत में यूरेनियम का सर्वाधिक उत्पादन झारखंड करता है तांबा एक उत्कृष्ट धातु है मानव द्वारा सबसे पहले तांबे का प्रयोग किया गया था यह अन्य तथा आघात वध्दर्य होता है इसका उपयोग विद्युत तार एवं विद्युत उपकरण निर्माण  सिक्का तथा मिश्र धातुओं आदि के निर्माण हेतु होता है एल्युमिनियम भूपर्पटी पर सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली धातु है इसका उपयोग मिश्रधातु घरेलू बर्तन तथा विद्युत संचालन मैं प्रयुक्त तारों को बनाने में किया जाता है


तैरने के तालाब में तैरने से मनुष्य की त्वचा जल जाती है

  • अवरक्त विकिरण के कारण
  • क्लोरीन के कारण
  • ऊष्मा के कारण
  • पराबैगनी किरण के कारण

क्लोरीन के कारण

व्याख्या –   तैरने के तालाब में  तैरने से मनुष्य की त्वचा क्लोरीन के कारण जल जाती है यह एक अत्यंत क्रियाशील  गैस है  संयुक्त अवस्था में यह साधारण नमक में पाई जाती है   शुष्क एवं  भुने चने में क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है यह  गैस कीटाणुनाशक के रूप में तथा ऑक्सीकरण के रूप में प्रयोग की जाती है    ओज़ोन गैस सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है ऊष्मा एक प्रकार की ऊर्जा है जो दो वस्तुओं के बीच उनके तापांतरण के कारण एक वस्तु से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित होती है स्थानांतरण के समय ऊर्जा ऊष्मा कहलाती है अवरक्त किरण ऊष्मीय विकिरण है यह जिस वस्तु पर पडती है उसका ताप बढ़ जाता है इसका प्रयोग कोहरे में फोटोग्राफी करने एवं रोगियों की सिकाई करने में किया जाता है


शक्कर के किण्वन से क्या बनता है

  • इथाइल अल्कोहल
  • मिथाइल अल्कोहल
  • एसिटिक एसिड
  • क्लोरोफिल

इथाइल अल्कोहल

व्याख्या –  एथिल अल्कोहल एक रंगहीन द्रव है तथा अत्यधिक ज्वलनशील होता है इसे पीने से शरीर में उत्तेजना उत्पन्न होती है इसलिए इसे मादक द्रव्य के रूप में इस्तेमाल किया जाता है औद्योगिक विधि में इसे  किण्वन विधि से बनाया जाता है  इसका प्रयोग शर्करा सिरका व शराब बनाने में मोटर में हवाई जहाज में ईंधन के रूप में पारदर्शी साबुन बनाने में इत्र व अन्य सुगंधित पदार्थ बनाने में तथा विलायक के रूप में किया जाता है मेथिल अल्कोहल सबसे पहले लकड़ी के भंजक आसवन द्वारा बनाया गया था यह लौंग के तेल  व कई फलों में पाया जाता है


कमरे को ठंडा किया जा सकता है

  • पानी के बहने से
  • संपीडित गैस के छोड़ने से
  • रसोई गैस से
  • ठोस को पिघलाने से

संपीडित गैस के छोड़ने से

व्याख्या – कमरे को संपीडित गैस को छोड़ने से ठंडा किया जा सकता है एयर कूलर में संपीड़ित गैस प्रयुक्त होती है जिससे किसी कमरे या अन्य स्थान को ठंडा किया जा सकता है


श्वेत प्रकाश को नली में कैसे पैदा करते हैं

  • तांबे तार को गर्म करके
  • तंतु को गर्म करके
  • परमाणु को उत्तेजित करके
  • अणुओं को दोलित करके

तंतु को गर्म करके 

व्याख्या –  नलिका में भरी ऑर्गन गैस तथा पारे की वाष्प में विद्युत् विरार्जन प्रारम्भ करने के लिए यह आवश्यक है कि दोनों तंतु काफी गर्म हो चुके हो तंतु गर्म हो जाने पर नली में श्वेत प्रकाश उत्पन्न हो जाता है


सोने को घोला जा सकता है

  • सल्फ्यूरिक एसिड में
  • नाइट्रिक एसिड में
  • सल्फ्यूरिक तथा नाइट्रिक एसिडो के मिश्रण में
  • हाइड्रोक्लोरिक एसिड में

सल्फ्यूरिक तथा नाइट्रिक एसिडो के मिश्रण में

व्याख्या – सोना एक नोबेल धातु है उसे घोलने के लिए अम्लराज निर्माण किया जाता है अम्लराज सल्फ्यूरिक तथा नाइट्रिक एसिड के मिश्रण से बनता है


हाइड्रोजन को जलाने से क्या बनेगा

  • ऑक्सीजन
  • राख
  • मिट्टी
  • पानी

पानी

व्याख्या – हाइड्रोजन ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके जल बनता है यह अभिक्रिया विस्फोट के साथ होती है जिससे बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है समान द्रव्यमान होने पर अन्य ईधनो की तुलना में हाइड्रोजन का दहन अधिकतम ऊष्मा उत्पन्न करता है जलने पर हाइड्रोजन जल बनता है जो प्रदूषण उत्पन्न नहीं करता


हीमोग्लोबिन में कौन सी धातु होती है

  • तांबा
  • चांदी
  • सोना
  • लोहा

लोहा

UPSC, UPPSC, SSC में पूछे गये विज्ञान के प्रश्न | भाग 4



बल गुणनफल है

  • द्रव्यमान और वेग का
  • द्रव्यमान  और त्वरण का
  • भार और वेग का
  • भार और त्वरण का

द्रव्यमान और त्वरण का

व्याख्या –  बल(f) = द्रव्यमान x  त्वरण या,f = maअतः बल द्रव्यमान और त्वरण का गुणनफल है


 निम्नलिखित में कौन सी राशि सदिश नहीं है

  • विस्थापन
  • वेग
  • बल
  • आयतन

आयतन

व्याख्या-  सदिश राशि में दिशा व  परिमाण दोनों ही होते हैं विस्थापन, वेग  बल आदि सदिश राशि है तथा चाल, मात्रा, तापमान, आयतन  आदि अदिश राशि है


1 किलोमीटर दूरी का तात्पर्य है

  • 100 मीटर
  • 1000 सेंटीमीटर
  • 1000 मीटर
  • 100 सेंटीमीटर

1000 मीटर

व्याख्या – 1 किलोमीटर 1000 मीटर के बराबर होता है तथा 1 मीटर तो है 100 सेंटीमीटर के बराबर होता है


 दो उत्तरोत्तर श्रंग अथवा दो उत्तरोत्तर गर्त के बीच की दूरी को क्या कहते हैं

  • आयाम
  • तरंगदैर्ध्य
  • आवृत्ति
  • इनमें से कोई नहीं

तरंगदैर्ध्य

व्याख्या –  दो उत्तरोत्तर श्रंग तथा दो उत्तरोत्तर गर्त  के बीच की दूरी को तरंगदैर्ध्य कहते हैं  तरंग का वेग =  आवृत्ति * तरंगदैर्ध्य  जब किसी माध्यम में अनुदैर्ध्य  अप्रस्थ तरंगों का संचरण होता है तो माध्यम के सभी कण कंपन करने लगते हैं माध्यम का कोई कण अपनी  साम्यावस्था के दोनों और जितना अधिक विस्थापित होता हैउस दूरी को आयाम कहते हैं माध्यम का कंपन करता हुआ कोई कण  1 सेकंड में जितने कंपन करता है उसे आवृत्ति कहते हैं


निम्नलिखित में से किसमें ऋर्णात्मक आवेश होता है

  • एक्स किरण
  • अल्फा किरण
  • बीटा किरण
  • गामा किरण

बीटा कण


जिन तत्व के परमाणु में दो प्रोटॉन,  दो न्यूट्रॉन और दो इलेक्ट्रॉन हो  उस तत्व का द्रव्यमान संख्या कितना होता है

  • 2
  • 4
  • 6
  • 8

4

व्याख्या – किसी तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉन पर न्यूट्रॉन की कुल संख्या को द्रव्यमान की संख्या कहा जाता है इसे इसे ‘A’ प्रदर्शित किया जाता है


टेलिस्कोप की खोज किस वैज्ञानिक ने की थी

  • न्यूटन
  • जेम्स वाट
  • रदरफोर्ड
  • गैलीलियो

गैलीलियो

व्याख्या –  टेलिस्कोप( दूरबीन) की खोज गैलीलियो ने की थी वाष्प इंजन की  थी वाष्प इंजन की खोज  जेम्स वाट ने की थी  न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम का आविष्कार किया रदरफोर्ड ने परमाणु का प्रथम विखंडन तथा परमाणु शोध का आविष्कार किया परमाणु विखंडन से परमाणु ऊर्जा प्राप्त होती है


इस सदी की शुरुआत में हवाई जहाज का आविष्कार किसने किया था

  • राइट ब्रदर्स
  • जेम्स वाट
  • हम्फ्री डेवी
  • वॉन ब्राउन

राइट ब्रदर्स

व्याख्या – वायुयान की खोज डब्ल्यू ओ राइट (राइट ब्रदर्स) ने की थी हम्फ्री डेवी ने सुरक्षा दीप(सेफ्टी लैंप) की खोज की बेरियम पौटेशियम कैल्शियम की खोज वॉन ब्राउन ने की


निम्नलिखित में कौन सी इलेक्ट्रॉनिक संरूपण धातु तत्वों के लिए होती है

  • 2, 8
  • 2, 8,7
  • 2, 8, 8
  • 2, 8, 8, 2

2, 8, 8, 2

व्याख्या – इलेक्ट्रॉनिक संलयन 2, 8  एवं 2, 8, 8 अक्रिय गैसों के लिए तथा 2, 8,7  क्लोरीन के लिए होती है


तीसरे और चौथे समूह के ऑक्साइड का सामान्य गुणधर्म क्या है

  • बेसिक  और एसिडिक
  • बेसिक
  • ऐसीडिक
  • उदासीन

बेसिक  और एसिडिक

व्याख्या –  तीसरे और चौथे समूह का आक्साइड  का सामान्य  गुणधर्म बेसिक और एसिडिक होता है  बेसिक वे पदार्थ है जिसमें  हाइड्रॉक्सिल   समूह पाया जाता है यह लाल लिट्मस पेपर को नीला कर देता है कास्टिक सोडा प्रमुख क्षार है अम्ल वे पदार्थ हैं जिनमें हाइड्रोजन पाया जाता है यह खट्टे फलों नींबू इमली में पाया जाता है


सल्फर हेक्साफ्लोराइड अणु का आकार होता है

  • त्रिभुजाकार पिरामिड
  • अष्टफलकीय
  • समतलीय
  • चतुष्फलकिय

अष्टफलकीय

व्याख्या – सल्फर हेक्साफ्लोराइड अणु का आकार अष्टफलकीय  होता है सल्फर डाइऑक्साइड ज्वालामुखी विस्फोटन से निकलने वाली विभिन्न गैसों में पायी जाती है शहरों की हवा में यह अल्प मात्रा में पाई जाती है यह रंगहीन तथा तीक्ष्ण गंध वाली  गैस हैं इस गैस का उपयोग  सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने में किया जाता है इसका उपयोग चीनी को शुद्ध करने के लिए भी किया जाता है


कशेरुक रज्जु में कितनी जोड़ियां तंत्रिका निकलती है

  • 13
  • 31
  • 33
  • 12

33

व्याख्या –  कशेरुक  तंत्र हमारे शरीर के कंकाल का मुख्य आधार है जो मध्य में स्थित  होता है यह सिर को सहारा देता है इसमें छोटी-छोटी 33 हड्डियां होती हैं जिन्हें सामूहिक रुप से कशेरुक कहते हैं एक कशेरुक दूसरे कशेरुक  पर इस प्रकार स्थित होता है किसके भीतर एक नली बन जाती है जिसे  कशेरुक नली कहा जाता है  मेरुरज्जु  इस नली में स्थित रहता है


प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण केंद्र कहां पर है

  • प्रमस्तिष्क में
  • अनु मस्तिष्क में
  • कशेरुक रज्जु में
  • तंत्रिका कोशिका में

कशेरुक रज्जु में

व्याख्या –  तंत्रिका तंत्र एक जटिल प्रणाली है जिसके अंतर्गत तंत्रिका कोशिका मस्तिष्क मेरूरज्जु स्थित होता है मस्तिष्क की तंत्रिका तंत्र का  महत्वपूर्ण अवयव है मस्तिष्क के अगले  भाग को प्रमस्तिष्क कहा जाता है प्रमस्तिष्क  सभी सम्वेदनाओं ऐच्छिक  क्रियाओं और  बुद्धि विवेक आदि का नियंत्रण करता है प्रमस्तिष्क के पिछले भाग को  अनु मस्तिष्क कहा जाता है यह मांसपेशी तंत्र और शरीर के संतुलन का भी नियंत्रण करता है प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण  मस्तिष्क द्वारा नहीं बल्कि  मेरुरज्जु द्वारा होता है


थायराइड ग्रंथि से थायरोक्सिन स्त्रावित करने के लिए उत्तेजित करने वाली अंतः स्त्रावी हार्मोन कौनसा है

  • TSH
  • FSH
  • LTH
  • ACTH

TSH

व्याख्या –  थायराइड ग्रंथि से थायरोक्सिन  स्त्रावित करने के लिए उत्तेजित करने वाले  अंतः स्त्रावी हार्मोन को TSH कहा जाता है


निषेचन की क्रिया कहां पर होती है

  • गर्भाशय में
  • अंडवाहिनी में
  • अंड ग्रंथि में
  • योनि मार्ग में

अंडवाहिनी में

व्याख्या –  निषेचन की क्रिया अंडवाहिनी में होती है निषेचित अंड गर्भाशय की श्लेष्मा मार्ग में जाकर स्थापित हो जाता है एवं  शिशु का निर्माण करता है स्त्री में गर्भावस्था 270- 280  दिनों की होती है


पढ़ने में काम आने  वाले ग्लासेस किस प्रकार के लैंस से बनते है

  • अवतल
  • उत्तल
  • साधारण
  • अवतल और उत्तल

अवतल

व्याख्या –  उत्तल लेंस बीच में मोटा तथा किनारे पतला होता है यह अनंत  से आने वाली किरणों को  सिकोड़ता है   अतः इसे अतिसारी लेंस भी कहते हैं पढ़ने में काम आने वाले ग्लासेस  अवतल लेंस से बनते हैं जब सूर्य से  आती हुई  किरणें अवतल दर्पण से परावर्तित होती है तो काफी मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करती है इस कारण इसका उपयोग सोलर कुकर में किया जाता है अवतल दर्पण का उपयोग सर्च लाइट तथा कार की हेडलाइट में किया जाता है उत्तल दर्पण मैं किसी वस्तु का बना प्रतिबिंब सदैव आभासी होता है  यह प्रतिबिंब सीधे व वस्तु  से छोटे होते हैं इसलिए इसे ट्रक चालकों या मोटर कारों में चालक के बगल में लगाया जाता है समतल दर्पण से बना वस्तु का प्रतिबिंब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने रखी जाती है


निम्न में से कौन सी धातु रोशनी के बल्बों में फिलामेंट के रूप में प्रयोग होती है

  • लौह
  • मोलीबडेनम
  • चांदी
  • टंगस्टन

टंगस्टन

व्याख्या –  टंगस्टन नामक धातु का प्रयोग विद्युत बल्ब में रोशनी उत्पन्न करने के लिए किया जाता है इसकी खोज  1783 ईसवी में डब्ल्यू आर  ब्रदर्स ने की थी इसका करना 3420 डिग्री  सेल्सियस है तथा क्वथनांक  5860 डिग्री सेल्सियस होता है


ठोस कपूर से कपूर वाष्प बनाने की प्रक्रिया को कहते हैं

  • वाष्पीकरण
  • हिमीकरण
  • पिघलना
  • ऊर्ध्वपातन

ऊर्ध्वपातन

व्याख्या – ऊर्ध्वपातन वह प्रक्रिया है जिसमें ठोस पदार्थ गर्म किए जाने पर  द्रव्य अवस्था में आए बिना वाष्प बन जाता है और  पुनः ठंडा किए जाने पर   द्रव्य अवस्था में  आए बिना  ठोस बन जाता है जैसे कपूर आयोडीन नौसादर  आदि  ठोस का  द्रव्य के रूप में परिवर्तित होने की क्रिया को द्रवण और जिस   स्थिर ताप पर ठोस पिघलकर द्रवावस्था में आता है  उसे द्रव का द्रवणांक कहा जाता है.

UPSC, UPPSC, SSC में पूछे गये विज्ञान के प्रश्न | भाग 5



एस्पिरिन कहां से मिलती है

  • पेट्रोलियम से
  • पृथ्वी  से
  • एक पेड़ से
  • एसिडो की रासायनिक अभिक्रिया से

एसिडो की रासायनिक अभिक्रिया से

व्याख्या- आज औषधीय विभिन्न स्त्रोतों जैसे जंतु वनस्पति खनिज पदार्थों से प्राप्त की जाती है खनिजों से प्राप्त औषधियों में काओलिन, पैराफिन, ट्राई सिलाफेटआदि प्रमुख है वनस्पतियों से मारफींन,क्विनीन,रिसपीन व् जंतु से इन्सुलिन एन्टीटोक्सिन आदि औषधियां प्राप्त की जाती है रासायनिक विधि से अधिकतर औषधियां कार्बनिक पदार्थों से तैयार की जाती है


अम्ल वर्षा होती है

  • कारखानों से
  • पेट्रोल से
  • कोयला जलाने से
  • लकड़ी से

कारखानों से

व्याख्या –वातावरण में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड आदि द्वारा प्रदूषण उत्पन्न होने के कारण घटने वाली  वातावरणीय घटना को अम्ल वर्षा कहते हैं मुख्यतः उद्योग तथा यातायात के उपकरणों से  सभी गैसे वायुमंडल में स्थित  जलवाष्प से प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक तथा नाइट्रिक अम्ल बनाती  हैं तथा ओस के रूप में पृथ्वी पर गिरने लगती हैं यही अम्ल वर्षा कहलाती है जो पृथ्वी के समस्त प्राणी समुदाय के लिए काफी घातक है


आमतौर पर सुरक्षा फ्यूज लगाने  के लिए प्रयोग होने वाला तार किस पदार्थ का बना होता है

  • टिन
  • सीसा
  • निकल
  • टिन और सीसे का एक मिश्रधातु

टिन  और सीसे का एक मिश्रधातु

व्याख्या – सामान्यतः सुरक्षा फ्यूज लगाने के लिए तांबा,टिन और सीसे की मिश्रधातु से बना तार लगाया जाता है


आप एक लिफ्ट में खड़े हैं लिफ्ट के फर्श पर आपके भार द्वारा लग रहा बल

  • लिफ्ट के 9.8 मीटर प्रति सेकंड के त्वरण से ऊपर जाते समय शुन्य होगा
  • लिफ्ट के 9.8 मीटर प्रति सेकंड के त्वरण से नीचे जाते समय 0 होगा
  • लिफ्ट के 9.8 मीटर प्रति सेकंड के  त्वरण के किसी भी दिशा में जाते समय शुन्य होगा
  • लिस्ट के  त्वरण की दर बदलने से प्रभावित नहीं होगी

लिफ्ट के 9.8 मीटर प्रति सेकंड के त्वरण से नीचे जाते समय 0 होगा

व्याख्या  -जब लिफ्ट ऊपर की ओर जा रही हो तो  स्थित व्यक्ति को अपना भार बढ़ा हुआ महसूस होता है जब लिफ्ट से नीचे की ओर आ रही हो तो व्यक्ति को अपना भार घटा हुआ महसूस होता है यदि दुर्घटनावश लिफ्ट का तार टूट जाए तो वह एक  दंड मुक्त पिंड की भांति गुरुत्वीय त्वरण से नीचे गिरती है इस दशा में उपस्थित  व्यक्ति को  अपना भार शून्य प्रतीत होता है यह भारहीनता अवस्था है जब लिफ्ट एक समान वेग से ऊपर या नीचे चलती है तो व्यक्ति को अपने भार में कोई परिवर्तन प्रतीत नहीं होता


जब एक पत्थर को चांद की सतह से पृथ्वी पर लाया जाता है तो

  • इसका द्रव्यमान बदल जाएगा
  • इसका भार बदल जाएगा परंतु द्रव्यमान नहीं
  • भार और द्रव्यमान दोनों बदल जाएंगे
  • न द्रव्यमान और न ही भार बदलेंगे भार

इसका भार बदल जाएगा परंतु द्रव्यमान नहीं

व्याख्या –  भार  का संकेत(mg) होता है जब कि द्रव्यमान का(m) होता है किसी वस्तु का भार उस स्थान के गुरुत्वाकर्षण बल(g) पर निर्भर करता है जब भी किसी वस्तु का द्रव्यमान निश्चित होता है चांद और पृथ्वी पर g  का मान अलग-अलग है


शुष्क बर्फ क्या होती है

  • ठोस  बर्फ
  • ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
  • ठोस अमोनिया
  • ठोस सल्फर डाइऑक्साइड

ठोस कार्बन डाइऑक्साइड

व्याख्या – शुष्क बर्फ ठोस कार्बन डाइऑक्साइड होती है शुष्क बर्फ गर्म करने पर सीधे गैस में परिवर्तित हो जाती है


पीतल के बर्तनों को कलई करते समय गरम बर्तन की सफाई के लिए प्रयोग किए जाने वाले अमोनियम क्लोराइड चूर्ण से निकलने वाला धुआं है

  • अमोनिया का
  • कार्बन मोनोऑक्साइड
  • हाइड्रोक्लोरिक एसिड का
  • अमोनिया और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का

अमोनिया और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का

व्याख्या-  पीतल के बर्तनों को कलाई करते समय गर्म पर टंकी सफाई के लिए प्रयोग किए जाने वाले अमोनियम क्लोराइड चूर्ण से निकलने वाला धुआं अमोनिया और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का होता है अमोनिया अल्प मात्रा में वायु तथा जल में उपस्थित होती है प्राय: मृत्य जीव जंतु तथा वनस्पतियों के सड़ने से यह गैस बनती है संयुक्त अवस्था में अमोनियम क्लोराइड अमोनियम सल्फेट आदि में पाई जाती है अमोनिया गैस का उपयोग अश्रु  गैस कृत्रिम रेशे बनाने में किया जाता है


अल्कोहलिक खमीरन का आखिरी उत्पाद क्या है

  • पईरुबिक एसिड
  • एसीटेल्डिहाइड
  • इथाइल अल्कोहल
  • फार्मिक एसिड

इथाइल अल्कोहल

व्याख्या –  एथिल अल्कोहल एक रंगहीन द्रव हैं तथा अत्यधिक ज्वलनशील होता है इसे पीने से शरीर में उत्तेजना आती है इसलिए यह मादक द्रव के रूप में अमल किया जाता है यह अल्कोहल जौ में पाया जाता है औद्योगिक विधि में इसे किण्वन विधि से बनाया जाता है इसका प्रयोग शर्करा सिरका मोटर वह हवाई जहाज के ईंधन के रूप में साबुन इत्र बनाने में तथा विलायक के रुप में किया जाता है फार्मिक एसिड लाल चीटियों में बर्रे में और बिच्छू में पाया जाता है इसका उपयोग जीवाणु नाशक के रूप में फलों को संरक्षित करने व रबर के स्कंदन में चमड़ा व्यवसाय में किया जाता है


वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग के बेसिक कार्बोनेट की परत जम जाती है

  • तांबा
  • चांदी
  • निकल
  • जस्ता

तांबा

व्याख्या –  तांबा मुक्त पर संयुक्त दोनों रूपों में पाया जाता है कॉपर, पाइराइट, कॉपर ग्लास, मैकालाइट आदि इसके प्रमुख अयस्क है तांबा गुलाबी लाल रंग की चमकदार धातु है वह चांदी के अतिरिक्त विद्युत की सबसे अच्छी सुचालक है इसका प्रयोग विद्युत यंत्र कैलोरी मीटर आदि बनाने में किया जाता है वायु में थोड़ी देर रखने पर इसके ऊपर हरे रंग की कार्बोनेट की परत जम जाती है


हाइड्रोक्लोरिक एसिड कांच की बोतल में नहीं रखा जाता क्योंकि यह अभिक्रिया करता है

  • दृश्य प्रकाश से
  • कांच की सोडियम ऑक्साइड से
  • कांच की एलुमिनियम आक्साइड से
  • कांच की सिलिकॉन डाई ऑक्साइड  से

कांच की सिलिकॉन डाइऑक्साइड  से

व्याख्या –  हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का जलीय विलयन है हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कहलाता है इसे कांच की बोतल में नहीं रखा जाता क्योंकि यह कांच की सिलिकॉन ऑक्साइड से अभिक्रिया करता है इसका उपयोग प्रयोगशाला में एक महत्वपूर्ण अभिकर्मक के रूप में किया जाता है क्लोरीन गैस बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है चमड़ा साफ करने, औषधीय बनाने तथा अम्लराज बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है


कच्चे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली गैस का नाम है

  • अमोनिया
  • ऐसीटिलीन
  • कार्बन मोनोक्साइड
  • एथिलीन

एथिलीन

व्याख्या –   एथिलीन कच्चे फलों को पकाने उनके संरक्षण में विषैली मस्टर्ड गैस बनाने में कृत्रिम रबड़ पॉलिथीन बनाने में सामान्य निश्चेतक के रूप में प्रयोग की जाती है यह प्लास्टिक बनाने में भी उपयोग की जाती है


विस्फोटक नाइट्रोग्लिसरीन है

  • नमक
  • नाइट्रो हाइड्रोकार्बन
  • सम्मिश्र हाइड्रोकार्बन
  • एस्टर

एस्टर

व्याख्या –  ट्राई नाइट्रोग्लिसरीन एक रंगीन तैलीय द्रव्य है यह डायनामाइट बनाने के काम आता है यह सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल व सांद्र नाइट्रिक अम्ल की ग्लिसरीन के साथ क्रिया करके बनाया जाता है


जस्ता से एक बर्तन पर विद्युत लेपन की विधि में

  • बर्तन को ऋण ध्रुव बनाया जाता है
  • शुद्ध जस्ता  को धन ध्रुव बनाया जाता है
  • बर्तन को ऋण ध्रुव और जस्ता  को धन ध्रुव बनाया जाता है
  • बर्तन को धन ध्रुव और जस्ता  को ऋण ध्रुव बनाया जाता है

बर्तन को ऋण ध्रुव और जस्ता  को धन ध्रुव बनाया जाता है

व्याख्या -जस्ता से एक बर्तन पर विद्युत लेपन की प्रक्रिया में बर्तन को ऋण ध्रुव और जस्ता को धन ध्रुव बनाया जाता है जिससे बर्तन पर जस्ते की परत को आसानी से  चढ़ाया जा सके  जिंक ब्लेंड,  फ्रैंकलिनाइट, कैलामीन जिंकाइट आदि जस्ते के प्रमुख अयस्क हैं


निन्नलिखित में से कौन  से विटामिन की खून के जमने में आवश्यकता होती है

  • विटामिन ए
  • विटामिन सी
  • विटामिन ई
  • विटामिन के

विटामिन के

व्याख्या –  विटामिन के का संश्लेषण शरीर में होता है  यह रुधिर के स्कंदन के लिए आवश्यक है विटामिन ए की कमी के कारण रतौंधी, त्वचा का शुष्क पड़ना विटामिन  सी की कमी के कारण स्कर्वी रोग हड्डी का कम विकास करना विटामिन डी की कमी के कारण बांझपन रोग होता है


निम्नलिखित में से कौन सा हार्मोन है

  • आर. एन. ए.
  • इन्वर्रटेज
  • इंसुलिन
  • एस्कॉर्बिक एसिड

इंसुलिन

व्याख्या-  इंसुलिन एक हार्मोन है ज्ञात है कि अग्नाशय ग्रंथि में आईलेट्स ऑफ लैंगर हैंस होते हैं जिनकी बीटा कोशिकाएं इंसुलिन हार्मोन का स्त्राव करती हैं इंसुलिन की कमी से मधुमेह रोग हो जाता है


विकास का कारण है

  • फौसिल पदार्थ
  • जीने के लिए संघर्ष
  • पीढ़ी से पीढ़ी अनुकूलन
  • वंशागति

पीढ़ी से पीढ़ी अनुकूलन

व्याख्या- विकास का कारण है  क्रमबद्ध परिवर्तनों द्वारा पुरातन जीवो से नूतन  जीवो  जातियों  वर्गो आदि की उत्पत्ति का प्रक्रम जिसके फलस्वरुप सरल जीवन से जटिलतर जीव पैदा होते हैं


क्लोरोफिल में कौन सा धातु आयन पाया जाता है

  • लोहा
  • मैग्नीशियम
  • जस्ता
  • कोबाल्ट

मैग्नीशियम

व्याख्या- खनिज लवणों ऊतकों का निर्माण तथा शरीर की सारी क्रियाओं को प्रभावित करता है अस्थियों और दांतों में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है हिमोग्लोबिन में लोहा रहता है जो ऑक्सीजन वाहन में भाग लेता है अग्नाशय हार्मोन मैं सल्फर और जिंक प्रमुख रूप से रहते हैं  रक्त उत्पत्ति के लिए कोबाल्ट आवश्यक है ट्रिप्सिन में क्रोमियम रहता है क्लोरोफिल में मैग्नीशियम आयन पाया जाता है


निम्नलिखित में से कौन सा मनुष्य में अवशेषी अंग नहीं है

  • निकटीटेटिंग पर्दा
  • कर्णपाली की कर्णाभ मासपेशीयाँ
  • सामने वाले चपटे दांत
  • वर्मीफार्म अपैडिक्स

सामने वाले चपटे दांत

व्याख्या – शरीर के भीतर ऐसे  कई अंगों के समूह है जो एक दूसरे से जुड़े हैं या एक दूसरे पर निर्भर हैं और एक साथ मिलकर सामूहिक रुप से कार्य करते हैं  समान क्रिया वाले सहयोगी अंगों के इस समूह को तंत्र कहा जाता है


शक्करों में सबसे मीठी है

  • फ्रूक्टोज
  • ग्लूकोज
  • सुक्रोज
  • लैक्टोज

सुक्रोज

व्याख्या –   ग्लूकोज को अंगूर का शक्कर भी कहते हैं यह अंगूर मीठे फलों व मूत्र में पाया जाता है मधुमेह के रोगियों के मूत्र में इसकी मात्रा अधिक पाई जाती है यह अल्कोहल में विलेय व स्वाद मैं मीठा होता है इसका प्रयोग शराब बनाने में, फलों को सुरक्षित रखने में, औषधि के  रूप में तथा शक्तिवर्धक आदि के रूप में किया जाता है शुक्रोज  शर्करा के लैक्टोज में तथा ग्लूकोज में बदलता है शक्करों में सबसे मीठी सुक्रोज होती है


पदार्थ के संवेग और वेग के अनुपात से कौन-सी भौतिक राशि प्राप्त की जाती है

  • वेग
  • त्वरण
  • द्रव्यमान
  • बल

द्रव्यमान

व्याख्या –  पदार्थ के संवेग और वेग के अनुपात  के द्रव्यमान राशि प्राप्त होती है किसी गतिमान वस्तु के द्रव्यमान तथा वेग के गुणनफल को उस वस्तु का संवेग कहते हैं संवेग एक सदिश राशि है एक गतिशील वस्तु के विस्थापन की दर को वस्तु का वेग कहते हैं वेग एक सदिश राशि है वेग = विस्थापन / समय द्रव्यमान एक अदिश राशि है बल और त्वरण सदिश राशि है |

निम्नलिखित में से कौन सा धातु अर्धचालक की तरह ट्रांजिस्टर में प्रयोग होती है

  •  तांबा
  • जर्मेनियम
  • ग्रेफाइट
  • चांदी

जर्मेनियम

व्याख्या –  जर्मेनियम धातु का प्रयोग ट्रांजिस्टर में अर्धचालक के रूप में किया जाता है| तांबा का उपयोग बिजली के तार बर्तन और सिक्के बनाने में किया जाता है  ग्रेफाइट यह एक प्रकार का कार्बन है यह खोण्डा लाइट किस्म की चट्टानों में मिलता है यह पेंसिल की लेड बनाने के काम आता है चांदी वश में विद्युत की सबसे अच्छी सुचालक वह सफेद चमकदार धातु है इसका उपयोग सिक्के आभूषण बनाने सिल्वर ब्रोमाइड ( फोटोग्राफी) बनाने में किया जाता है |

टरबाइन व डायनेमो से बिजली प्राप्त करने में किस ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं

  • रासायनिक ऊर्जा
  • सौर ऊर्जा
  • मेकेनिकल ऊर्जा
  • मैग्नेटिक ऊर्जा

मेकेनिकल ऊर्जा

व्याख्या – विद्युत जनित्र के द्वारा यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है विद्युत जनित्र का सिद्धांत विद्युत चुंबकीय प्रेरण पर आधारित है टरबाइन को जल की धारा से चलाकर विद्युत का उत्पादन किया जाता है | 

निम्नलिखित में से कौन सामान्य ताप पर द्रव है

  • सीसा
  • पारा
  • निकल
  • टिन

 पारा

व्याख्या – पारा का प्रयोग थर्मामीटर बनाने में, अमलगम बनाने आदि में किया जाता है प्रकृति में पानी को छोड़कर लगभग सभी धातुएं ठोस अवस्था में पाई जाती है पारा एक ऐसी धातु है जो द्रव अवस्था में पाई जाती है पारा सामान्य ताप पर द्रव है  विभिन्न छारीय धातु के सिलिकेटों अक्रिस्टलीय मिश्रण को काँच कहते हैं | 

निम्न में से सबसे सख्त कौन है

  • हीरा
  • ग्लास
  • क्वार्ट्ज़
  • प्लेटिनम

हीरा

व्याख्या –  हीरा कार्बन का शुद्ध रूप है यह ज्ञात पदार्थों में सबसे अधिक कठोर होता है यह पारदर्शक और विद्युत तथा ताप का कुचालक होता है यह बहुमूल्य रत्न माना जाता है हीरा का उपयोग शीशा काटने में किया जाता है क्वार्ट्ज़ और प्लेटिनम कठोर पदार्थ है कांच विभिन्न छारीय धातु के सिलिकेटों का अक्रिस्टलीय मिश्रण है साधारण कांच बनाने में सिलका विरंजक पदार्थ क्षारीय धातुओं के ऑक्साइड कैल्शियम ऑक्साइड आदि पदार्थों की आवश्यकता पड़ती है | 

निम्न में से किसे शुष्क बर्फ कहते हैं

  • डिहाइट्रेटेड बर्फ
  • पहाड़ों पर गिरने वाली प्राकृतिक बर्फ
  • ठोस कार्बन ऑक्साइड
  • ठोस कार्बन मोनोऑक्साइड

ठोस कार्बन ऑक्साइड

व्याख्या – कार्बन डाइऑक्साइड एक रंगहीन गंधहीन गैस है इसका जलीय विलयन अम्लीय होता है वायुमंडलीय दाब पर यह 78 डिग्री सेल्सियस ताप पर ठोस अवस्था में परिवर्तित हो जाती है जिसे शुष्क बर्फ कहते हैं शुष्क बर्फ का प्रयोग रेफ्रिजरेशन में किया जाता है कार्बन डाइऑक्साइड उच्चतर पर शीतल पेय पदार्थों के साथ बोतलों में भर दी जाती है आग बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्र में इसका उपयोग किया जाता है रात के समय पेड़ पौधे कार्बन डाइऑक्साइड निकालते हैं ठोस कार्बन मोनोक्साइड एक जहरीली गैस है यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है |

निम्न में से कौन सा पदार्थ साबुन बनाने में प्रयोग होता है

  • वनस्पति तेल
  • मोबिल तेल
  • किरासन तेल
  • कटिंग तेल

वनस्पति तेल

व्याख्या –  तेल और वसा में अंतर उनके गलनांको के आधार पर किया जाता है जिन ग्लिसराइडों का गलनांक 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है वह वसा कहलाते हैं |

वाहनों से निकलने वाली प्रदूषित गैस मुख्यत: है

  • कार्बन डाइऑक्साइड
  • कार्बन मोनोक्साइड
  • मार्स गैस
  • नाइट्रोजन ऑक्साइड

कार्बन मोनोक्साइड

व्याख्या –  मोटर वाहनों से निकलने वाले धुएं में मौजूद सीसे, कार्बन मोनोऑक्साइड तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड के परिणाम स्वरुप आँख में एवं नाक में जलन होती है तथा श्वास संबंधी एवं फेफड़ों के रोग उत्पन्न हो जाते हैं शीतल रातों में कोहरे के समय धुआ, धूल, कार्बन और सीसे के कण वायुमंडल में तैरते हैं इस दशा को धूम कोहरा कहते हैं

खाना बनाने में प्रयोग की जाने वाली गैस मुख्यतः है

  • कार्बन डाइऑक्साइड
  • कार्बन मोनोऑक्साइड
  • मीथेन
  • नाइट्रोजन और ऑक्सीजन गैस मिश्रण

मीथेन  

व्याख्या – मीथेन एक रंगहीन गंधहीन एवं स्वादहीन गैस है यह गैस अधिकतर दलदली क्षेत्र में पाई जाती है जिसके कारण इसे ‘मार्श गैस’ भी कहा जाता है इसका प्रयोग मैथिल, एल्कोहल, क्लोरोफॉर्म, रंग, मोटर टायर, छापेखाने की स्याही, पेंट, कार्बन की छड़े आदि बनाने में किया जाता है |

डॉक्टरों द्वारा एनसथीसिया के रूप में प्रयोग होने वाली हास्य गैस है

  • नाइट्रोजन
  • नाइट्रोजन ऑक्साइड
  • नाइट्रस ऑक्साइड
  • नाइट्रोजन डाइऑक्साइड

नाइट्रस ऑक्साइड

व्याख्या –  डॉक्टर के द्वारा निश्चेतक का प्रयोग संवेदना को कम करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है निश्चेतक का प्रयोग सबसे पहले विलियम मोरटन ने 1846 ईस्वी में डाई एथिल ईथर के रूप में किया था नाइट्रस ऑक्साइड का प्रयोग भी शल्प चिकित्सा के समय निश्चेतक के रूप में किया जाता है |

निम्न पदार्थों में से कौन सा पदार्थ खाने की वस्तुओं का परीरक्षण में प्रयोग होता है

  • साइट्रिक एसिड
  • पोटेशियम क्लोराइड
  • सोडियम बेंजोएट
  • सोडियम क्लोराइड

सोडियम बेंजोएट

व्याख्या – सोडियम बेंजोएट पदार्थ खाने की वस्तुओं की परीक्षा में प्रयोग होता है सोडियम क्लोराइड यह चट्टानों के रूप में  तथा समुद्र के पानी में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है यह जल में विलेय होता है इसका मुख्य उपयोग खाने के रूप में करते हैं इसका उपयोग हिम मिश्रण बनाने में भी किया जाता है पोटेशियम क्लोराइड पोटेशियम का प्रमुख उर्वरक है साइट्रिक एसिड खट्टे फलों में पाया जाता है इसका उपयोग धातुओं को साफ करने खाद्य पदार्थ व दवाओं के बनाने में कपड़ा उद्योग में किया जाता है |

पेड़ व पौधों का खाना तैयार की प्रक्रिया कहलाती है

  • कार्बोहाइड्रोलिसिस
  • मोटाबोलिक सिंथेसिस
  • फोटोसेंसिटाइजेशन
  • फोटोसिंथेसिस

फोटोसिंथेसिस

व्याख्या – पौधे पर्णहरित और सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पत्तियों के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को कार्बन और ऑक्सीजन के रूप में विच्छेदित करते हैं यह कार्बन का उपयोग भोजन निर्माण में करते हैं तथा ऑक्सीजन को मुक्त कर देते हैं पौधे इसी क्रिया द्वारा अपने भोज्य पदार्थ तैयार करते हैं इसे प्रकाश संश्लेषण कहा जाता है पौधों में प्रकाश संश्लेषण शोषण और वाष्पोत्सर्जन की क्रिया पत्तों द्वारा ही होती है |

जैविक सिस्टम में रासायनिक क्रिया को प्रक्रिया को तेज करने में उत्तरदायी पदार्थ है

  • बैक्टीरिया
  • डीएनए
  • एंजाइम
  • प्रोटीन

एंजाइम

व्याख्या – जैविक प्रक्रिया में रासायनिक क्रिया की प्रक्रिया को तेज करने के लिए एंजाइम पदार्थ जिम्मेदार है कार्बनिक पदार्थों जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट तथा वसा को सरल अम्ल में परिवर्तित करने की क्रिया एंजाइम द्वारा ही संपन्न होती है इस प्रक्रिया में जल का अपघटन होता है|

निम्न में से किसकी कमी से मनुष्य में मधुमेह होता है

  • ग्लाइसीन
  • हीमोग्लोबिन
  • हिस्टेमीन
  • इंसुलिन

इंसुलिन

व्याख्या – इंसुलिन अग्नाशय की एक भाग ‘लैंगर हैंस की द्विपिका’ के द्वारा स्त्रावित एक प्रकार का हार्मोन है जो रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है इसके अल्पस्त्राव से मधुमेह या डायबिटीज नामक रोग हो जाता है इसके अतिस्त्राव से हाइपोग्लाइसीमिया नामक रोग हो जाता है इस रोग से जनन क्षमता तथा दृष्टि ज्ञान कम होने लगता है इसे ही इंसुलिन आघात कहते हैं

विटामिन जो खट्टे फलों में पाया जाता है तथा त्वचा को स्वस्थ रखने में जरूरी होता है

  • विटामिन ए
  • विटामिन बी
  • विटामिन सी
  • विटामिन डी

विटामिन सी

व्याख्या – विटामिन सी जल में विलेय विटामिन है इसका रासायनिक नाम एस्कार्बिक एसिड है इसकी कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाता है यह खट्टी रसदार फलों जैसे निंबू संतरा चीकू अम्ल तथा टमाटर आदि में पाया जाता है  |

मनुष्य शरीर में खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को कहते हैं

  • डायलेसिस
  • हिमोलेसिस
  • ओसमोसिस
  • पैरालिसिस

डायलेसिस

व्याख्या – रक्त में पोषक तत्व अपशिष्ट दोनों पदार्थ होते हैं इन्हें विशेष विधि से छानकर अलग किया जाता है इस क्रिया में वृक्क का महत्वपूर्ण कार्य है जो उपयोगी पदार्थों को शरीर में रुककर रोककर अपशिष्ट पदार्थों को उत्सर्जित करता है महाधमनी की शाखा से रक्त वृक्कों में पहुंचता है कोशिका की विधि से रक्त छनता है अभिवाही धमनी रक्त में विषैली उत्सर्जी पदार्थ जैसे यूरिया यूरिक अम्ल आदि होते छने हुए रक्त में ग्लूकोज लवण तथा नाइट्रोजन के यौगिक मिलते हैं इस क्रिया को डायलिसिस कहते हैं |

फ्यूज का सिद्धांत है

  • विद्युत का रासायनिक प्रभाव
  • विद्युत का यांत्रिक प्रभाव
  • विद्युत का उष्मीय प्रभाव
  • विद्युत का चुंबकीय प्रभाव

विद्युत का उष्मीय प्रभाव

व्याख्या – फ्यूज का सिद्धांत विद्युत के उष्मीय प्रभाव पर काम करता है यह टिन और सीसा के मिश्र धातु से बना निम्न द्रवणांक और उच्च प्रतिरोधक शक्ति वाला तार है जिसका प्रयोग मुख्यतः विद्युत प्रतिष्ठापन को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए किया जाता है किसी कारणवश उच्च धारा प्रवाहित होने पर तार गलजाता है और विद्युत सर्किट भंग हो जाता है |

परमाणु के नाभिक में निम्न  कण होते हैं

  • प्रोट्रोन एवं न्यूट्रोन
  • इलेक्ट्रॉन एवं ए किरण
  • प्रोट्रोन एवं इलेक्ट्रॉन
  • इलेक्ट्रॉनिक एवं न्यूट्रॉन

प्रोट्रोन एवं न्यूट्रोन

व्याख्या – छठी शताब्दी ईसापूर्व में कणाद ऋषि ने बताया कि पदार्थ अत्यंत छोटे छोटे कणों से मिलकर बना होता है सन 1828 में जॉन डाल्टन ने पदार्थ की संरचना के संदर्भ में बताएं कि पदार्थ अत्यंत छोटे छोटे अविभाज्य कणों से मिलकर बना होता है जिसे परमाणु कहते हैं परमाणु केंद्र में एक नाभिक होता है जिसमें घनावेशित प्रोटोन व उदासीन न्यूट्रॉन उपस्थित रहते हैं ऋणावेशित कण तथा इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर बंद कक्षाओं में चक्कर लगाते हैं  |

दोपहर के 12 बजे किस दिशा में इंद्रधनुष दिखाई देता है

  • पश्चिम में
  • दक्षिण में
  • पूर्व में
  • यह नहीं देख सकते

यह नहीं देख सकते

दाढ़ी बनाने के लिए काम में लेते हैं

  • अवतल दर्पण
  • समतल दर्पण
  • उत्तल दर्पण
  • इनमें से कोई नहीं

अवतल दर्पण

प्रकाश संश्लेषण होता है

  • रात्रि में
  • दिन में और रात्रि में
  • दिन में अथवा रात्रि में
  • केवल दिन में

केवल दिन में

व्याख्या – प्रकाश संश्लेषण क्रिया है और सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में ही संभव है अतः यह केवल दिन में ही होती है पत्तियों में छोटे रंध्र होते हैं जिनसे यह कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में ग्रहण करते हैं कार्बन डाइऑक्साइड क्लोरोफिल और प्रकाश की उपस्थिति में पौधों के जल में घुल जाता है और कार्बनिक यौगिक तथा ऑक्सीजन के रूप में परिणत होता है इस क्रिया को स्वांगीकरण या प्रकाश संश्लेषण कहते हैं |

Write a comment Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Recent Posts

  • Open circuit characteristics (O.C.C.)
  • Synchronous Generator – Construction & Working Principle
  • Relationship between frequency and speed
  • Alternator and Synchronous Generator EMF Equation
  • Fundamental Principles of A.C. Machines
  • Braking of DC Motor
  • Hopkinson Test
  • Swinburne Test of DC Machine
  • Three Point Starter, Construction and Working Principle
  • Methods for Starting a DC Motor
  • DC Motor Characteristics
  • Types of DC Motor
  • Working of DC Motor
  • DC Motor Principle of operation
  • Commutation and Interpole & DC Generator Characteristics

onlineexamguide

onlineexamguide.com is the ultimate guide that will keep you updated about almost every Exam & Interviews . We aim to provide our readers with an informative details that have been occurring in Examination . Here at onlineexamguide.com , we focus on delivering our readers with the latest exam Pattern Mock test

We Provide Free online test to practice for Competitive exams , Online Exam, Entrance and Interview. Learn and Practice online test for Free and Prepare for your exam online with us

Quick links

  • About us
  • Privacy Policy
  • Instructor Registration
  • Student Registration
  • Java Programming Tests
  • C programming Tests
  • C++ programming Tests
  • Aptitude Tests

Follow us

Free Online Mock Test

  • UPTET PRIMARY Online Test Series
  • Super TET Mock Test in Hindi 2022
  • CTET Mock Test 2022 Paper 1
  • SSC CHSL Online Mock Test
  • SSC MTS Mock Test 2022
  • SSC CGL Mock Test
  • SSC GD Mock Test
  • ccc online test

Search

Learn and Earn

Register as Instructor - Create and sell online courses and coaching services with the best online platform onlineexamguide.com . Build a course, build a brand, earn money

Contact us

For any queries

Email us on - admin@onlineexamguide.com

We will response fast as much as we can
Copyright © 2022 onlineexamguide.com - All Rights Reserved.
error: Content is protected !!

Insert/edit link

Enter the destination URL

Or link to existing content

    No search term specified. Showing recent items. Search or use up and down arrow keys to select an item.